एक किताब 'द प्रोफेसीज' मशहूर फ्रेंच भविष्यवक्ता नात्रेदमस ने लिखा है 450 वर्ष पहले 1555 में.
मशहूर फ्रेंच लेखक फ्रेंकोइस गेटियर
के अनुसार नत्रेदमस मानसिक शांति के लिए भारत भी आये थे अफगानिस्तान के रास्ते और कश्मीर
में रहे और यहाँ पर साधु संतों से ज्योतिष व् नक्षत्र विज्ञानं की शिक्षा ली, जब की पूर्व में वो एक डाक्टर
थे, वैसे सन् 1876 के बाद ये सभी भविष्यवाणियां दुनिया भर में संज्ञान में आयीं 'द प्रोफेसीज' को मराठी भाषा में महाराष्ट्र के प्रसिद्द ज्योतिषी
डॉ श्री रामचंद्रजी जोशी ने अनुवाद किया है
वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विश्व की राजनैतिक स्थिति
के बारे में भविष्यवाणी
के कुछ अंश ये है की
एक महायुद्ध
विश्वयुद्ध की कगार पर दुनिया बैठी होगी, आपलोग जैसा की देख रहे है पिछले पांच सात
वर्षों से लगातार दुनिया मे क्या हो रहा है
भारत पर
लगातार चीन पाकिस्तान से युद्द का खतरा बना हुआ है पाकिस्तान में गृह युद्ध के हालत है अफगानिस्तान में तालिबान युद्ध ,चीन और ताईवान के मध्य द्विप को
लेकर युद्ध के हालात ईराक सीरिया मे गृहयुद्ध
जारी, इज्राइल फलिस्तीन, रूस व् टर्की, यूक्रेन को लेकर पूरे विश्व मे तनाव, और नाइजीरिया
मे जबरदस्त गृहयुद्ध व् कई अफ्रीकी देशों मे आपसी लडाईयां या गृहयुद्ध चल रहे है
नात्रेदमस
कहते हैं शुक्रो का नेता (इस्लाम को नात्रेदमस शुक्र कहते हैं) पैगम्बर के नाम वाला
(महमद या अब्राहम- वर्तमान ईसिस के मुखिया के नाम का पहला शब्द अब्राहम है) एक क्रूर
कुख्यात आदमी जो खुद को खलीफा घोषित कर मेसोपोटामिया (आधुनिक इराक़, सीरिया तथा ईरान
के क्षेत्र शामिल हैं) का तानाशाह बनेगा, उसके कई महाशक्तिशाली दोस्त देश (जैसा की
दिख रहा है की अमेरिका व् चीन हो सकते है अमेरिका तेल के लिए व् चीन की महत्वाकांक्षा तेल व्
साम्राज्य विस्तार) होंगे जो की लाखो की संख्या में उसे सैनिक सहायता देंगे
और वह इतना कोहराम मचायेगा की पर्शिया, तुर्की,
अरब प्रायद्वीप (ईरान, टर्की व् सऊदी) उसके
कब्जे मे चले जाएंगे। फिर वह अफ्रीका में घुसेगा बेबीलोन इजिप्ट (मिश्र) व् अन्य राज्यों
को अपने गुलामो के सहायता कब्जे में करलेगा,
शुक्रो का नेता इसके बाद चर्चो के लिए बुरे दिन लाएगा
जब मंगल, सूर्य और शुक्र ग्रह सिंह राशि मे होंगे तब समुद्री लड़ाई में ईसाईयों को हरा
देगा साथ ही एक साइबेरियाई देश की हार के बारे में भी लिखा है (जैसा की लगता है रुस
जब यूरोपीय देश टर्की की ओर बढ़ेगा या कार्यवाही करेगा तब रूस की हार संभव है) और पोप के देश सिसली (इटली)
व् स्पेन पर कब्ज़ा कर लेगा फिर जैसाः की मालूम ही है इराक के सबसे करीबी (टर्की
के बाद) योरोपीय व् कमजोर यही दोनों देश है लेकिन उसके बाद वह और उसके गुलाम ऐसी तबाही
मचाएंगे की एक समय ऐसा होगा की हमारे देश (फ़्रांस)
के लोग उसके गुलाम हो जायेगे.
भारत के बारे
में भविष्यवाणी
के कुछ अंश ये है की
नात्रेदमस के इस ग्रंथ के सेंचुरी के पेज नंबर 32-33 पर लिखा है भारत में ख़तरनाक जंगली जानवर के नाम वाले
(सिंह या शेर) शासक जिसकी तीन पुत्रियां होगी को, एक अधेड़ उम्र का बहुत ही गरीब परिवार
का व्यक्ति जहाँ तीन समुद्र मिलते हो उस भूमि पर जन्मा होगा (हिन्द महासागर, अरब सागर,
बंगाल की खाड़ी- तमिलनाडु या हिन्द महासागर,
अरब सागर, खम्बात या कच्छ की खाड़ी- गुजरात) और जनता के सहयोग से उसे हटा कर खुद भारत का सत्ता हथिया लेगा, जिससे आरम्भ में भारत के लोग उससे बहुत ही नफरत करेंगे लेकिन बाद में जनता और बाकी सभी लोग उसे प्रेम करने लगेंगे कि वह अगले 20 साल तक भारत का शासक रहेगा। इस सम्बन्ध में मशहूर फ्रेंच
लेखक फ्रेंकोइस गेटियर का मानना है की, नात्रेदमस ने यह भविष्यवाणी भारत में भाजपा
नेता नरेंद्र मोदी की ही जीत के बारे में कई सौ साल पहले कर दी थी।
विश्व की राजनीती में भारत व् भारतीय नेतृत्व के दखल
के बारे में भविष्यवाणी
के कुछ अंश ये है की
जब पूरी
दुनिया में हत्याओ व् रक्तपात का बोलबाला रहेगा और दुनिया का एक महासागर सूख कर रेगिस्तान
बन जायेगा (संभवतः विश्व का चौथा सबसे बड़ा
अरैल सागर जो की आधे से ज्यादा सूख चूका है)
शुक्रो के खलीफा व् मंगोलों ( संभवतः चीन) के आतंक से दुनिया त्रस्त हो जाएगी, संसार के सबसे ताकतवर देश का जहाज समंदर में डूबा दिया जायेगा, तब सारी दुनिया की जनता ईश्वर से प्रार्थना करेगी की कोई देव दूत भेजे और उसी समय पूरब का एक शासक जो की पगड़ी पहने व् माथे पर टीका या तिलक लगाये ( संभवतः प्रधानमंत्री ही पगड़ी के साथ टीका लगाते है) सर्वश्रेष्ठ देवताओ की भूमि ( संभवतः वाराणसी काशी) से आएगा, वह इतना तेज होगा की दुनिया में जहाँ भी लोग बुलाएंगे वो तत्काल प्रगट हो जायेगा, संसार के सारे देशो के शासक उसकी बातें मानेंगे, फिर वो अपने गुरु (संभवतः संघ प्रमुख हो) के आदेश से, सभी को एक साथ ले कर और एक बहुत बड़ी सेना और आश्चर्यजनक हथियारों के साथ दुष्टो का संहार करेगा सारे संसार की जनता को कैद व् प्रताड़ना से मुक्त करायेगा।
शुक्रो के खलीफा व् मंगोलों ( संभवतः चीन) के आतंक से दुनिया त्रस्त हो जाएगी, संसार के सबसे ताकतवर देश का जहाज समंदर में डूबा दिया जायेगा, तब सारी दुनिया की जनता ईश्वर से प्रार्थना करेगी की कोई देव दूत भेजे और उसी समय पूरब का एक शासक जो की पगड़ी पहने व् माथे पर टीका या तिलक लगाये ( संभवतः प्रधानमंत्री ही पगड़ी के साथ टीका लगाते है) सर्वश्रेष्ठ देवताओ की भूमि ( संभवतः वाराणसी काशी) से आएगा, वह इतना तेज होगा की दुनिया में जहाँ भी लोग बुलाएंगे वो तत्काल प्रगट हो जायेगा, संसार के सारे देशो के शासक उसकी बातें मानेंगे, फिर वो अपने गुरु (संभवतः संघ प्रमुख हो) के आदेश से, सभी को एक साथ ले कर और एक बहुत बड़ी सेना और आश्चर्यजनक हथियारों के साथ दुष्टो का संहार करेगा सारे संसार की जनता को कैद व् प्रताड़ना से मुक्त करायेगा।
एक महाभारत
जैसा विनाशकारी युद्ध होगा उसके बाद धर्म की स्थापना कर के वह स्वर्णयुग(सतयुग) लाएगा
उसके नेतृत्व में भारत दुनिया में महाशक्तिशाली बन जाएगा यह व्यक्ति भारत की दिशा और
दशा बदलकर रख देगा, लोग उसे देव दूत ही मनाने लगेंगे।
गौरतलब है कि नास्त्रेदमस ने अपनी किताब में 'द प्रोफेसीज'
में फ्रेंच रिवॉल्यूशन, परमाणु हमलों, एडोल्फ हिटलर और 9/11 हमले की भविष्यवाणी की
थी, जो सच साबित हुईं।
भगवद् पुराण से महाभारत का संदर्भ देंखे तो 3140 ईसा पूर्व में कुरुक्षेत्र युद्ध समाप्त हो गया है, और 3102 ईसा पूर्व में कृष्ण अपना शरीर छोड़ देते है। फिर कलियुग शुरू तब 2015 ई के हिसाब से कृष्ण के युग के समाप्त हुए 5117 साल हो गया। कि दो काली युगों की वर्ष की संचयी संख्या है जो 2592, तो आप 2522 साल पर पहुंचें,72 साल हर युग का संधि वर्ष होता है मतलब फिर से गोल्डन एरा आरम्भ होना है
और इसी
प्रकार के उल्लेख भविष्य पुराण महामुनि व्यास
द्वारा प्रगति सर्ग में संकलित है जिसमे की योगी व शिव उपासक को भारत का प्रमुख शासक
चिंन्हित किया गया है जैसे सतयुग में ब्राह्मण हरिश्चंद्र (शिव), त्रेता में क्षत्रिय
राम (सूर्य), द्वापर में वैश्य कृष्णा (चन्द्र), कलियुग में शूद्र नर (इंद्र) का शासन
होना लिखित है
5 टिप्पणियां:
Rajesh Kumar bhardwaj s/o siyaram mother name gomati devi address varanasi
Log is bhvsyavaani ko modi pr pheet krne ki soche hai lekin ye bhvisyavaani ek sant par ki hai log ko andaaga bhi nhi vo kon kher apko pta chal jayega jab time aayega
Yogi adiwtya nath bhi dev bhumi uttrakhand m janmey h aur pagdi k sath tilak lgatey h..unki biography jrur padey
लेकिन हरामपाल तो जेल मे है और वहीं मरेगा।
खैर योगी भी संत हैं और मोदी भी हिमालय में योगी रहे हैं।
बेवजह इस भविष्यवाणी का नायक हरामपाल को मत बनाओ हरामपाल के पिल्लो !
मित्र कोरोना काल में ब्लॉग पे सक्रिय नहीं था, आप सभी की टिप्पणी के लिए धन्यवाद
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