ब्लॉग आर्काइव

शुक्रवार, 15 अक्तूबर 2021

Drugs कांड हाईप्रोफाइल गिरफ्तारियां

कोई 10 एक साल पुरानी घटना है जब डॉन उस वक्त सबसे बडी हिट थी और IPL मे जीत के दौरान वानखेड़े मे MCC अफसरो से बवाल हो चुका था
उसी दौरान बांबे में विदेशों से बढ रही तस्करी को रोकने के लिए तेजतर्राक कस्टम ऑफिसर की नियुक्ति एयरपोर्ट पर की गई, इस ऑफिसर की खास बात यह थी कि आदमी के चाल चेहरे से पहचान लेता था कि यह तस्कर करके सामान ले जा रहा है या नहीं, नतीजा यह निकला कि कुछ ही समय मे मुंबई एयरपोर्ट पर तस्कर लोगों के धरपकड़ में तेजी आई और तस्करी में कमी, अब इस ऑफिसर नाम से तस्करों के रूह कापने लगे थे,
और इसी जश्नुमा माहौल के दौरान एक प्रसिद्ध फिल्म कलाकार सपरिवार विदेशों से शॉपिंग करके पर्सनल जेट से एयरपोर्ट उतरे, जिसे देश दुनिया भर के मीडिया कर्मी और पब्लिक चियर करने के लिए मौजूद थे,
इस जश्न नुमा माहौल के रंग में भंग तब पड़ा जब तेजतर्राक कस्टम ऑफिसर ने इस प्रसिद्ध फिल्म कलाकार को धर लिया और कलाकार के द्वारा विदेशों में शॉपिंग की गई एक्सेस सामानों की लिस्ट बनाके उसकी कस्टम ड्युटी फी भरने को कहा, जिसे कलाकार ने भरने मना करने लगा और उल्टे कस्टम ऑफिसर को अपनी हैसियत पकड़ और पहुंच की धमकी देने लगा,
मामला इस कदर हाई-फाई हो गया कि एयरपोर्ट अधिकारियों को प्रेसर भरे फोन पर फोन आने लगे लेकिन कस्टम ऑफिसरों ने कलाकार को डिटेन कर लिया और डेढ़ लाख रुपए कस्टम फी भरवा लेने के बाद ही छोड़ा,
तब छूट के जाते-जाते कलाकार ने कहा - यह डेढ़ लाख तुम्हें बहुत भारी पड़ेगा कस्टम ऑफिसर,
कस्टम ऑफिसर ने जवाब दिया कि -हमने अपनी ड्युटी की है हमारे लिए सब बराबर है
खैर मामला आया गया हो गया और मीडिया मैंनेज व कलाकार की हनक के नाते उस समय समाचारों की प्रमुख सुर्खियां नहीं बन सका
हां लेकिन एक विशेष घटना हुई उस कस्टम ऑफिसर की एयरपोर्ट ड्यूटी से छुट्टी कर दी गई, लेकिन उसका तबादला तबके एक ना मालूम से विभाग NCB में कर दिया गया,
नोट-NCBI भारत की एक प्रमुख केंद्रीय जांच एजेंसी है जिसका काम नशीले पदार्थों के रोक थाम से संबंधित है
फिर इसके 10 एक साल बाद
2की शाम के हुए हाईप्रोफाईल घटना के बाद यह तय होगया था सबूत इतने पुख्ता है कि छूटना तो दूर जमानत भी सीधे तौर पे नही हो सकती,
इधर वहां के राजनीति से जुडे लोग भी किग खान से जमाने से खार खाये बैठे थे, क्योकि देश के फिल्म निर्माण फिनांस आदि मे प्रभावी दखल है वही वितरण आदि मे अकेले किंग का पच्चीस फिसद से ज्यादा कि हिस्सेदारी तयतमाम है जो कि हिंदी बेल्ट के हिसाब से पचास के उपर बैठता है और वे किसी मिजाजपुर्जोसी नही करते,
जबकि पहले वहां इन नेताओ को मिजाज पुर्सी के बगैर आम वितरक कुछ नही कर पाते थे, सो कुछ नेता पुराना बदला निकालने के लिए जातपात धर्म शराफत का मळाला लगा के मामले को और हाईलाईट कर पब्लिक ट्रायल पर ला दिया,
क्योकि कुछ विदेशी फिल्म पे तो वितरक बचे थे पर वे भी पिछले कुछ सालों खत्म होने के कगार पे आगये रहे क्योकि इसमे किंग कि हिस्सेदारी पचास के आसपास हो सकती है इसे ऐसे समझे कि किंग वेटे को अमेरका मे फिल्म प्रोडक्सन सिखने को भेजा जहां बंदे ने हॉलिवुड के ऐसे नामचीन प्रोड्युसरो डायरेक्टरों से दोस्ती करली थी बिना इसके सलाह के भारत मे फिल्मे आना मुश्किल होना था बस दो साल और चाहिए थे कोरोना और लॉक डाऊन ने थोडा रोडा डाला था कि अब ये कांड,
इक उदाहरण ऐसे कि जंगल मुवी के वॉयस डबींग के लिए हिंदी के नामचीन कलाकारों की आवाजें ली जाती है उसमे भी दर्जनभर ऐसे एक्टर होते है जो कमसे कम हॉलिवुड मे जरूर दोचार मुवी मे काम कर चुके होते है तो ही फाईनलाईज किया जाता है
जबकि वहीं लॉयन मुवी मेॆ ऐसे किसी ऐक्टर से काम नही लिया गया, इस घटना के बाद किग के बढते एंपायर से सब हिले हुए ही थे, सो वहां नेता प्रोड्युसर आदि कोई बडी सहायता को तैयार नही था
अब बस एकही रास्ता था नारकोटीक के अधिकारीयों डराया जाय और सो किग खान अपने बैनर की फिल्म शुटिंग के नाम पे सैकडो के तादात मे बाउंसर व नकली पुलिस वाहन लगा के नारकोटीक दफ्तर को एक हफ्ते से घेरे हुए से बंधंक बना रखा हुआ था मिडीया पत्रकार पुलिस आम पब्लिक के लोग वहीं थे पर किसी हिम्मत तक न हुई किंग के इस कृत्य पे आवाज उठा सके,
तभी बिहार से एक स्वतंत्र पत्रकार नाम
मनिष कश्यप घुमते हुए नरकोटिक्स के दफ्तर पंहुच जाते है वे एक केंद्रीय सरकारी दफ्तर को बंधक बनाये का नजारा देख हैरान रह जाते है मामला सिर उपर तब पंहुचता है जब उनके कैमरामैन के रिकार्डेड क्लिप्स को डिलिट करवाया जाने लगा, फिर मनिष ने बिगडैल हाथी के जैसे सोसल मिडिया पे लाईव आके दफ्तर के डिटेन हुए सारे नजारे दिखाते हुए किगं की इस दादागीरी की पोल ही खोल दिया,
उसके बाद बाकी के लोग भी किंग के इस हरकत के विरोध मे आ खडे हुए, इस खुलासे के बाद ही देश मे व दिल्ली मे पता लगा कि ऐसे हालात हो चुके, इस प्रकरण पे नारकोटिक के एक प्रमुख अधिकारी ने आरोप लगाया कि उन्हे कुछ लोगों ने धमकी दी है और उनका पीछा किया जा रहा है